Header Ads

बंद रूम से आ रही थी चीखें, तोड़ा दरवाजा तो इस हाल में मिली मां-बेटियां


यहां एक महिला ने दो बेटियों के साथ खुद को कमरे में बंद कर आग लगा ली। बच्चों की चीखें सुनकर मौके पर लोग पहुंचे। रूम से धुंआ और आग की लपते उठती दिखाई दीं। दरवाजा तोड़कर तीनों को बाहर निकाला गया। लेकिन तबतक महिला और उसकी छोटी बेटी की मौत हो चुकी थी, लेकिन बड़ी बेटी की सांसे चल रही थी।

- मामला करछना थानाक्षेत्र के तरौल का है। यहां मनीता  की शादी 2010(जून) में लल्लन यादव के बेटे विजय शंकर के साथ हुई थी।

- इस बीच दो बेटियां दुर्गा और श्वेता हुई। विजय दिल्ली की एक निजी कंपनी में काम करता है और इन दिनों घर आया हुआ था।

- ससुराल वालों के मुताबिक, ''रविवार को विजय नैनी स्थित पिता की कैंटीन गया था। दोपहर को बच्चों की चीखें सुनाते हुए बड़ा भाई और भाभी पड़ोसियों के साथ पहुंचे।''

- '' रूम से आग और धुआं उठता दिखाई दिया। ग्रामीणों की मदद से दरवाजा तोड़कर तीनों को बाहर निकाला, लेकिन मनीता और श्वेता की तब तक मौत हो चुकी थी।''

- वहीं, बड़ी बेटी दुर्गा की सांसे चल रही थी। उसे लेकर करछना के हॉस्पिटल पहुंचे, जहां से एसआरएन भेज दिया गया। इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।

- मृतका के मायके वालों ने पति पर हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है, ''बेटी होने की वजह से उसका पति और ससुराल वाले अक्सर ताना मारा करते थे।''


- एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया, ''मृतका के पिता की तहरीर पर ससुराल वालों के खिलाफ हत्या और दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज हुआ है। पूछताछ के लिए 4 लोगों को हिरासत में भी लिया है। जांच की जा रही है।''