आखिर क्यों सिर्फ शादीशुदा औरत ही समझ सकती हैं ये बातें
जीवन में हम दो तरह के कपल्स से रूबरू होते है. एक तो वो वो जो एक दूसरे को डेट करते हैं और दूसरे वो जो शादी के बंधन में बंध कर अपना जीवन बिताते है.
शायद आप इस बात से अवगत नहीं है लेकिन दोनों तरह के कपल्स की जिंदगी में बहुत फर्क होता है.
इनकी रिश्ते को लेकर समझ बहुत अलग होती है. जिन व्यक्तियों की शादी नहीं हुई होती वह मिलने के लिए एक दूसरे का इंतज़ार करते रहते हैं.
और इसके विपरीत ही जिन कपल की शादी हुई होती है वह पल पल एक दूसरे के साथ ही होते हैं.
दोनों ही अलग अलग कपल्स का साथ में समय बीताने का तरीका भी बहुत अलग होता है.
शादी से पहले कपल्स एक दूसरे को डेट करते हैं, बहार अकेले घूमने-फिरने जाते हैं जबकि शादीशुदा कपल्स रिश्तेदारों या फैमिली फंक्शन में जाने में ही निकल जाता है.
शादीशुदा कपल्स एक दूसरे को ज़्यादा समय नहीं दे पाते जिसका असर उनकी लाइफ पर बहुत ज्यादा पड़ता है.
साथ ही एक दूसरे के साथ समय न बीताने का असर उनके शारीरिक संबंधों पर अधिक पड़ता है.
आज हम आपको ऐसी बाते बताने जा रहे है जो आपके साथ हर दिन होती है
लेकिन आप इन बातो पर ध्यान नहीं देते. हालांकि शादीशुदा महिलाएं इन बातो को बड़ी आसानी से समझ लेती हैं.
सर्वे के अनुसार ज्यातर महिलाओ के लिए इंटिमेट होना हमेशा एक्साइटिंग नहीं होता और महिलाओ को इस बात का बुरा नही लगता हैं.
क्यों की वह समझ गयी हैं कि यदि दो-तीन बार ऐसी फीलिंग आ रही है तो वह नार्मल है.
पति-पत्नी एक दूसरे के प्रति कम्फ़र्टेबल महसूस करते हैं. उनमे आपसी झिझक नहीं होती है. ऐसी परिस्थिति में ज़रूरी नहीं है
कि हमेशा पति ही शुरुवात करे. यदि महिलाओं का मूड रोमांटिक हो रहा है तो वह भी आगे रहकर पहल कर सकती हैं.
पति पत्नी एक दूसरे के साथ वक़्त बीताने के बाद एक दूसरे को समझ लेते है कि किस पोजीशन में आपका पार्टनर कम्फ़र्टेबल महसूस करता है आप आपसी सहमती से पोजीशन का चुनाव कर लेते हैं.
एक दूसरे के साथ समय व्यतीत करने और कम्फ़र्टेबल होने पर शर्म जैसा आपके बिच कुछ नहीं होता है.
आपकी सारी झिझक ख़त्म हो जाती है.जब महिलाये पीरियड्स में होती हैं आपका पार्टनर आपके साथ सहमति से संबंध बनाते हैं.


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