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अजीबोगरीब बीमारी के साथ जन्में थे ये बच्चे, दुनिया भी रह गई थी Shocked


प्रेग्नेंसी के 9 महीने तक बच्चा मां के गर्भ में विकसित होता है। आज के समय में तकनीक इतनी एडवांस हो गई है कि अगर बच्चे को कोई बीमारी है तो इसका पता गर्भ में ही चल जाता है। लेकिन कई बार ऐसा नहीं हो पाता और बच्चा किसी गंभीर बीमारी के साथ पैदा होता है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ मामले बताने जा रहे हैं, जिसने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था। काफी रेयर बीमारी के शिकार थे ये बच्चे

इन मामलों में बच्चों को कुछ ऐसी बीमारियां थी, जो नॉर्मल नहीं थी। इन बीमारियों को रेयर माना जाता है। ज्यादातर बीमारियों का कोई निश्चित इलाज नहीं था। ऐसे में कई बच्चों की मौत हो गई थी। लेकिन जब तक वो जिंदा थे, किसी ने उन्हें एलियन कहा तो किसी ने शैतान।

Anencephaly

ये बीमारी न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट की वजह से होता है। इस बीमारी के साथ जन्में बच्चे जिंदा नहीं रह पाते। उनकी बॉडी में दिमाग नहीं होता। साथ ही ब्रेन को ना स्किन, ना ही हड्डी कवर करती है।
2006 में नेपाल के चरिकोट में इस बीमारी का शिकार एक बच्चा जन्मा था। उसके माथे का आधा हिस्सा गायब था और उसकी आंखें भी काफी ज्यादा बाहर निकली हुई थीं। बच्चे की मौत जन्म के आधे घंटे के अन्दर ही हो गई थी।

Cyclopia

ये एक ऐसी अजीबोगरीब बीमारी है, जिसमें गर्भ में ही एम्ब्रो में हुई गड़बड़ी की वजह से दो की जगह एक आंख बन जाती है।
2012 में इस बीमारी से ग्रस्त एक बच्चे का जन्म हुआ था, जिसकी ना नाक थी, ना ही मुंह। इसकी एक ही आंख थी और जन्म के कुछ ही समय बाद इसकी मौत हो गई थी।

Harlequin-Type Ichthyosis

ये एक तरह का स्किन डिजीज होता है, जिसमें चमड़े पर कई सारी धारियां होती है। ये धारियां लाल रंग की होती हैं। इस बीमारी के शिकार बच्चों में बैक्टेरियल इन्फेक्शन होने के चांसेस काफी ज्यादा होते हैं। इसमें बच्चे की आंखों, मुंह, कान के अलावा कई अहम हिस्से बर्बाद हो जाते हैं।

2010 में गिलगिट पाकिस्तान में इस बीमारी से ग्रस्त एक बच्चे का जन्म हुआ था। लोग इसे एलियन बुलाते थे क्योंकि इसकी आंखें लाल थी और शरीर पर बाघ की तरह धारियां थी।

Ectopia Cordis

इस बीमारी में बच्चे का दिल उसकी बॉडी से बाहर की तरफ निकला होता है। इस बीमारी से ग्रस्त बच्चों के बचने के चांसेस होते हैं लेकिन इसके लिए अच्छे सर्जन्स के हाथों बच्चे के दिल को वापस बॉडी में लगाना जरुरी होता है।
2015 में इंडिया में एक ऐसी बच्ची का जन्म हुआ था, उसका दिल बॉडी से बाहर था। ये बीमारी 10 लाख लोगों में से सिर्फ 8 को ही होता है।

Craniopagus Parasiticus

ये एक ऐसा मेडिकल कंडीशन है, जिसमें बच्चे के माथे से दूसरा सिर जुड़ा होता है। अभी तक ऐसे बस सिर्फ 10 मामले ही सामने आए हैं। 3 ही सर्वाइव कर पाए।
2004 में इजिप्ट में इस बिमारी की शिकार एक बच्ची का जन्म हुआ था। उसके साथ उसकी जुड़वा बहन के सिर के साथ हुआ था। सर्जरी के बाद डॉक्टर्स ने सिर को अलग तो कर दिया लेकिन इन्फेक्शन की वजह से वो अगले 13 महीने ही जी पाई।

Hydrocephalus

इस बीमारी में बच्चों के दिमाग में काफी पानी भरा होता है। इसकी वजह से बच्चे का सिर काफी ज्यादा बड़ा नजर आने लगता है। वैसे तो ये बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन बच्चों में इसके होने के चांसेस काफी ज्यादा होते हैं। अगर समय पर सर्जरी ना हो, तो बच्चे की मौत भी हो सकती है।

Polymelia

इस बीमारी में बच्चे की बॉडी के साथ एक्स्ट्रा हाथ-पैर जुड़े रहते हैं। ये एक्स्ट्रा हिस्से गर्भ में मौजूद उसके ट्विन्स के होते हैं जो किसी कारण से डेवलप नहीं कर पाए होते हैं। ऐसे में वो ग्रो कर रहे बच्चे की बॉडी से जुड़ जाते हैं।
2015 में झारखण्ड में एक ऐसे ही बच्चे का जन्म हुआ था जिसके 4 हाथ और 4 पैर थे। लोग इसे भगवान का रूप मानकर पूजने लगे थे।

Epidermolysis Bullosa

इस बीमारी को बटरफ्लाई डिजीज भी कहते हैं। इस बीमारी से ग्रस्त बच्चों की स्किन पर कई फोड़े हो जाते हैं। अगर स्किन पर थोड़ी भी रगड़ होती है, तो वहां से खून निकलने लगता है। 50 हजार में से किसी एक शख्स को ये बीमारी होती है।
2012 में बेबी इस्टोन का जन्म इस बीमारी के साथ हुआ था। इसमें काफी ज्यादा दर्द होता है। उसकी बॉडी के कई हिस्से से स्किन गायब थी और वहां पर खुला जख्म था।

Lamellar Ichthyosis

ये एक ऐसी स्किन डिजीज है, जो 6 लाख में किसी एक होता है। इस बीमारी के शिकार बच्चे की स्किन जन्म के 10 से 14 दिनों में ही गिरने लगती है। उनकी बॉडी पर स्किन की मोटी परत जमने लगती है। इस बीमारी में बॉडी खुद को ठंडा रखने के लिए पसीना नहीं बहा पाता है, जिसकी वजह से ये धारियां काफी ज्यादा पैदा होने लगती है।
चीन के जिनहु प्रांत में पैदा हुए सोंग शेंग इस बीमारी के शिकार थे। उसे सभी फिश बॉय के नाम से पुकारते थे।

Congenital Arhinia

ये एक ऐसी बीमारी है, जिसमें बच्चे की बॉडी में नाक नहीं होती। दुनियाभर में 197 मिलियन लोगों में से कुल 50 लोगों को इस बीमारी के होने के चांसेस होते हैं।
2015 में अल्बामा में जन्मे टिमोथी एली थोम्प्सन का जन्म इस बीमारी के साथ हुआ था। बिना नाक एक जन्में इस बच्चे को उसकी मां परफेक्ट मिरेकल बेबी कहती हैं।