Engineer Of People Who Made A Forced Marriage
पकड़उआ शादी (लड़के को अगवा कर जबरदस्ती कराई जाने वाली शादी) बिहार में नई बात नहीं है। ऐसी ही शादी के बाद दूल्हा विनोद जान बचाने के लिए जगह-जगह गुहार लगा रहा है। वह कहता है कि जो लोग हथियार के बल पर मेरी शादी करा सकते हैं वे मेरी हत्या भी कर सकते हैं।
घटना तीन दिसंबर की है। जूनियर इंजीनियर विनोद अपने दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए मोकामा गया था।
- इस दौरान एक शख्स ने नेता से पैरवी करा विनोद को मनचाहा ट्रांसफर कराने का लालच दिया। विनोद उनके साथ नेता से मिलने गया।
- वह जैसे ही एक घर में गया कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी। सभी पिस्टल और बंदूक से लैस थे। विनोद को रस्सी से बांधकर रखा गया।
घटना पटना जिला के पंडारक की है। बोकारो स्टील सिटी में जूनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत विनोद यादव को धोखे में रखकर मोकामा से अगवा कर पंडारक ले जाया गया।
- वहां ले जाने के बाद मारपीट कर उसकी शादी कराई जाने लगी। इंजीनियर दूल्हा रोता रहा और लड़की के घरवाले जबरन उसकी शादी कराते रहे।
- जबरन उसके हाथ पाव रंगे गए। मौरी पहनाई गई। इस दौरान दूल्हा रोता रहा, लेकिन किसी को उस पर दया नहीं आई।
- शादी के मंडप में पहले से ही सारी तैयारियां हो गई थी। मंडप देख विनोद ने भागने की कोशिश की, लेकिन लड़की के घरवालों ने पकड़ लिया।
शादी की वीडियोग्राफी भी कराई गई। वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि शादी के दौरान दूल्हा रो रहा है।
- वह छोड़ देने की गुहार लगा रहा है। लड़की के घरवाले धमकी देकर उसे चुप रहने को कहते हैं।
- जबरन शादी कराने के आरोपी सुरेंद्र यादव और उसके साथियों ने यह भी कहा कि आपको फांसी नहीं दे रहे हैं, शादी करा रहे हैं।
- एक करोड़ से अधिक शादियां इसी तरह हुई हैं और आपकी शादी हुई तो कौन सा पहाड़ टूट गया।
विनोद के पारिवारिक मित्र सुरेंद्र यादव ने उन्हें सूरजभान सिंह से मिलाने के नाम पर बुलाया था। - शादी के एक साल पहले से दोनों परिवार एक-दूसरे के संपर्क में थे।
- विनोद का ट्रांसफर करवाने के नाम पर सुरेंद्र यादव ने उसे मोकामा बुलाया और कहा कि बहुत सारे सांसदों-विधायकों से उसकी जान पहचान है।
- मोबाइल पर हुई बातचीत के आधार पर विनोद और उसका दोस्त गुड्डू मोकामा स्टेशन पहुंचे हुए थे।
- मोकामा स्टेशन के बाहर सुरेंद्र यादव इंतजार कर रहा था। सुरेंद्र ने सूरजभान सिंह से मिलाने के नाम पर पूरा दिन इधर-उधर घुमाया और उसके बाद पंडारक थाना के गोपकिता गांव लेकर जबरिया शादी करवाने लगा।
- विनोद की शिकायत पर बाढ़ एएसपी मनोज तिवारी मामले की छानबीन में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि पंडारक थाना प्रभारी दिवाकर विश्वकर्मा को जब घटना की जानकारी मिली तो सुरेंद्र यादव के घर छापेमारी की गई और सुरेंद्र के घर से विनोद को रिहा कराया गया।

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