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जानलेवा बीमारी से मौत के मुंह में पहुंची थी ये लड़की, 'गांजे' से बची जान


अमेरिका के ऐरीजोना में रहने वाली 12 साल की एनालिस लुजान की जान 'गांजे' से बनी एक दवा से बचाई गई थी। लुजान उस वक्त मौत के मुंह में पहुंच गई थीं जब उन्हें बेहद असाधारण किस्म का एपिलेप्सी सिंड्रोम हो गया था। इस सिंड्रोम की वजह से दिमाग ठीक तरह से काम नहीं करता और लगातार बेहोशी और झटकों की वजह से व्यक्ति की मौत हो जाती है। ऐसे बची एनालिस की जान

- 12 वर्षीय एनालिस एक जिमनास्टिक मीट के बीच में थी। तभी उनको अचानक उल्टियां होने लगी और पैरों ने काम करना बंद कर दिया। उसके माता पिता उसे तुरंत ही अस्पताल ले कर गए जहां उसे ब्रेन डैड होने से बचाने के लिए डॉक्टरों ने उनका दिमाग सुन्न कर दिया गया।

- जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि एलालिस को एक विचित्र मिर्गी रोग फेब्रिल इन्फेक्शन रिलेटेड एपिलेप्सी सिंड्रोम से पीड़ित हैं। डॉक्टरों ने एनालिस का इलाज शुरू कर दिया लेकिन उस पर दवाओं को कोई असर नहीं हो रहा था।

- दवाओं का असर नहीं होने पर डॉक्टर्स से लेकर एनालिस के परिवार तक सब परेशान थे। इसी बीच एनालिस की मां ने एक रिसर्च में पढ़ा कि गांजे के तेल से बनी दवा Cannabidiol से इस बीमारी का इलाज मुमकिन है। इसके बाद एनालिस की मां ने डॉक्टर्स से बाद की जिसके बाद FDA से परमिश लेने के बाद इसे एनालिस के शरीर पर आजमाया गया। हैरानी वाली बात थी कि एनालिस तीन डोज के ठीक हो गईं। यह मेडिकल साइंस के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि थी।