Header Ads

वो बाबा के कमरे में सोती, मैं बाहर बैठता; ये कहते ही रो दिया हनीप्रीत पूर्व पति



राम रहीम के जेल जाने के करीब एक महीने बाद शुक्रवार को हनीप्रीत का पूर्व पति विश्वास गुप्ता मीडिया के सामने आया। विश्वास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हनीप्रीत और बाबा के बारे में कई खुलासे किए। गुप्ता ने दावा किया कि उसने बाबा और हनीप्रीत को सेक्स करते हुए देखा है।

हलांकि इस दौरान विश्वास ने मीडिया में चल रही इन खबरों को गलत बताया कि हनीप्रीत बाबा के लिए लड़कियां सप्लाई करती थी। बाबा और हनीप्रीत के संबंधों की कहानी बताते हुए विश्वास रोने भी लगा।

गुप्ता ने बताया कि हनीप्रीत राम रहीम के कमरे में जाती थी, मुझे बाहर बैठा दिया जाता था। मुझे कभी आभास नहीं हुआ कमरे में क्या हो रहा था।


- मैंने अपने पिता को उतना नहीं माना जितना राम रहीम को माना, मेरे पिता भी उनके भक्त थे। यह बाते बताते हुए विश्वास गुप्ता मीडिया के सामने रो दिया।


- उन्होंने कहा कि हनीप्रीत को अपने पास रोकने के लिए राम रहीम बुखार का बहाना बनाता था।
- उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि किसी भी सूरत में हनीप्रीत उसकी बेटी नहीं है।


- बाबा ने गोद लेने के लिए कानून का पालन नहीं किया, हनीप्रीत को मंझली बेटी बताता था।
- हालांकि, राम रहीम मुझे बेटे की तरह मानता था, 2009 में राम रहीम ने हनीप्रीत को बेटी माना था।


- गुप्ता ने बताया कि राम रहीम ने गुफा में बिग बॉस का सेटअप लगा रखा था, 28 दिन तक 6 परिवारों को बिग बॉस खिलाता रहा।


- राम रहीम बिग बॉस बनता था, 28 दिन बाद हनीप्रीत को विजेता चुना गया।


- प्रेस कॉन्फ्रेंस में विश्वास गुप्ता ने कहा, ''2011 में बाबा और मेरा कमरा साथ-साथ था। मैं बेचैन रहता था। मैं रात को बाहर आया। बाबा के कमरे के पास देखा तो वो दोनों न्यूड थे और सेक्स कर रहे थे।''


- ''इस दौरान बाबा ने भी मुझे देख लिया। उसने मुझे धमकी दी कि अगर तूने किसी को ये बताया तो उनकी तो जान नहीं बचेगी तू तो वैसे भी बचेगा नहीं। इसके बाद मैं अपने पिता के पास आकर ये बताया। इसी दौरान डेरे में मेरे लगाए दो लड़के मेरे पास आए। उन लोगों ने बताया कि हमें जीजाजी को मारने के ऑर्डर मिले हैं। उन लड़कों की मदद से हम रातोंरात पंचकूला आ गए। ये सब जुलाई 2011 में हुआ।''


- विश्वास ने बताया, ''बाद में हम वहां अपने कुछ कागज लेने गए तो बाबा के राइटहैंड ने मेरे सिर पर बंदूक लगा दी। हमें सारी प्रॉपर्टी डेरे के नाम करनी होगी तभी वो मुझे जाने देंगे। हमनें सारी प्रॉपर्टी डेरे के नाम कर दी। फिर पंचकूला के सेक्टर 15 में रहने आ गए। यहां भी बाबा ने मेरी निगरानी के लिए लोग लगा दिए। मैं जहां जाता था वो मेरे पीछा करते थे।''