देखा बॉडी गर्म है...फिर भी काटता चला गया, GF के टुकड़े कर 6 बोरियों में फेंका
दो साल पहले राजधानी में हुए एक मर्डर ने पूरे यूपी को शॉक कर दिया। 19 साल की लॉ स्टूडेंट गौरी घर से पापा का सूट लॉन्ड्री में देने तो निकली, लेकिन फिर घर नहीं लौटी। उसी दिन देर शाम यूपी पुलिस को उसकी लाश टुकड़ों में कटी मिली।
1 फरवरी 2015। लखनऊ के गणेशगंज निवासी 19 साल की गौरी श्रीवास्तव मां से यह कहते हुए घर से निकली - पापा का सूट लॉन्ड्री में देना है। फिर दोस्तों के साथ शॉपिंग का प्रोग्राम है। मां बोली- जल्दी आ जाना।
- उसी दिन शाम 6 बजे तक गौरी घर नहीं लौटती, तो चिंता में डूबी मां उसके पापा से बात करती है। माता-पिता गौरी के मोबाइल पर कॉल करते हैं। फोन स्विच-ऑफ है। दोबारा कॉल करने पर भी स्टेटस वही रहता है। इसके बावजूद वे लगातार बेटी के नंबर पर फोन ट्राय करते हैं, आखिरकार दूसरी तरफ से फोन उठता है।
- दूसरी तरफ से गौरी की जगह एक लड़का फोन उठाता है। लड़की के पापा कहते हैं, बेटी से बात करवाओ तो वह कहता है- गौरी की तबीयत खराब है। उसे पीजीआई हॉस्पिटल ले जा रहे हैं। आप भी पहुंच जाइए।
- बेटी की हालत के बारे में सुनकर माता-पिता घबरा जाते हैं। दोनों तुरंत पीजीआई पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें वहां न बेटी मिलती है न फोन पर सूचना देने वाला लड़का।
- गौरी के पिता तुरंती लखनऊ के अमीनाबाद पुलिस स्टेशन में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाते हैं।
2 फरवरी 2015 की सुबह पुलिस को एक बोरी में लड़की के कटे पैर मिलने की खबर मिलती है। पुलिस जब तक स्पॉट पर पहुंचती है, तभी शहर के एक और एरिया से कटी हुई लाश मिलने की खबर आती है। 3 घंटे में 6 स्पॉट्स से एक लाश के अलग-अलग बॉडी पार्ट्स मिलते हैं।
- सिर मिलने के बाद पुलिस गौरी के माता-पिता को मॉर्चुरी बुलाती है। मां बेटी का सिर देखते ही बदहवास होकर रोने लगती है। जिस बेटी को उन्होंने हंसते हुए घर से लॉन्ड्री शॉप पर भेजा था, उसी शाम उसकी बॉडी अलग-अलग हिस्सों में मिलती है।
- अब पुलिस उस लड़के की तलाश में लग जाती है, जिसने गौरी के फोन से उसके पेरेंट्स से बात की थी।
गणेशगंज के लॉन्ड्री शॉप के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पुलिस गौरी की डीटेल्स निकालती है।
- फुटेज में गौरी एक हेलमेट और जैकेट पहने युवक के साथ बाइक पर जाती हुई दिखती है।
- लड़के को ढूंढने के लिए पुलिस गौरी की फोन डीटेल्स निकलवाती है। उससे उसकी लोकेशन वहीं ट्रेस होती है, जहां से डेडबॉडी के टुकड़े मिले।
- पुलिस दबिश देकर हिमांशु प्रजापति नाम के लड़के को पकड़ती है। उसके पास से वही हेलमेट और जैकेट मिलते हैं, जो कि सीसीटीवी फुटेज में दिखे बाइकर ने पहना था। साथ ही उसके पास से एक आरी मिलती है।
- पुलिस कड़ाई से पूछताछ करती है तो वह अपने गुनाह की दास्तां बयां कर देता है।
- गौरी के पिता शिशिर श्रीवास्तव ने बताया, "मेरी बेटी को गए 2 साल हो गए हैं। पुलिस ने शुरुआत में तेज कार्रवाई करते हुए चार्जशीट दाखिल कर दी थी, लेकिन अब तक उस राक्षस को सजा नहीं हुई। कोर्ट में ट्रायल जारी है। वकील कहते हैं गवाही हो चुकी है, केस में जल्दी ही सुनवाई होगी और हिमांशु को सजा होगी।"

Post a Comment