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जब गावसरकर की सेन्चुरी के चक्कर में पाटिल को हो गई थी टॉयलेट


महान क्रिकेटर सुनील गावसकर की सेन्चुरी के चक्कर में पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल की पेंट गीली हो गई थी।

महान क्रिकेटर सुनील गावसकर की सेन्चुरी के चक्कर में पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल की पेंट गीली हो गई थी। ये सच्ची घटना है जब 1982 में भारत पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में टेस्ट मैच खेल रहा था। सुनील गावसकर 90 रन बनाकर सेन्चुरी के करीब थे। जब पाटिल को जाना था टॉयलेट...

सुनील गावसकर बेहतरीन बैटिंग करते हुए 90 रन के स्कोर तक पहुंच गए थे और सेन्चुरी के करीब थे। तभी ड्रेसिंग रूम संदीप पाटिल बाकी प्लेयर्स के साथ बैठे थे। पाटिल अपनी कुर्सी से उठे और बाथरूम जाने के लिए आगे बढ़े, लेकिन तभी टीम मैनेजर फतेहसिंह राव गायकवाड़ ने पाटिल को गावसकर की सेन्चुरी पूरी होने तक वहीं रुकने को कहा।
- वैसे भी किसी प्लेयर की सेन्चुरी के वक्त कोई भी प्लेयर ड्रेसिंग रूम छोड़कर नहीं जाता है। लेकिन यहां पाटिल के साथ गड़बड़ हो गई। पाटिल मैनेजर का सम्मान रखते हुए अपनी कुर्सी पर वापस बैठ गए और कंट्रोल करने की कोशिश करते रहे, लेकिन गावसकर को 92 से 100 रन तक जाने में पूरा एक घंटा लग गया।
- इतना ही नहीं, गावसकर ने 97 से 100 के बीच 3 रन बनाने में 25 मिनट लगा दिया। जबतक गावसकर की सेन्चुरी पूरी हुई तब तक बहुत देर हो चुकी थी, क्योंकि पाटिल की पैंट गीली हो चुकी थी।


  सुनील गावसकर बेहतरीन बैटिंग करते हुए 90 रन के स्कोर तक पहुंच गए थे और सेन्चुरी के करीब थे। तभी ड्रेसिंग रूम संदीप पाटिल बाकी प्लेयर्स के साथ बैठे थे। पाटिल अपनी कुर्सी से उठे और बाथरूम जाने के लिए आगे बढ़े, लेकिन तभी टीम मैनेजर फतेहसिंह राव गायकवाड़ ने पाटिल को गावसकर की सेन्चुरी पूरी होने तक वहीं रुकने को कहा।
- वैसे भी किसी प्लेयर की सेन्चुरी के वक्त कोई भी प्लेयर ड्रेसिंग रूम छोड़कर नहीं जाता है। लेकिन यहां पाटिल के साथ गड़बड़ हो गई। पाटिल मैनेजर का सम्मान रखते हुए अपनी कुर्सी पर वापस बैठ गए और कंट्रोल करने की कोशिश करते रहे, लेकिन गावसकर को 92 से 100 रन तक जाने में पूरा एक घंटा लग गया।
- इतना ही नहीं, गावसकर ने 97 से 100 के बीच 3 रन बनाने में 25 मिनट लगा दिया। जबतक गावसकर की सेन्चुरी पूरी हुई तब तक बहुत देर हो चुकी थी, क्योंकि पाटिल की पैंट गीली हो चुकी थी। हालांकि, पाटिल ने एक इंटरव्यू में ये बताया था कि वे गावसकर की सेन्चुरी को देखने के लिए इतने बेताब रहते थे कि कई बार घंटों तक टॉयलेट रोककर बैठे रहते थे।

गावसकर ने अपने करियर में 348 फर्स्ट क्लास मैच खेले जिसमें उन्होंने 25834 रन बनाए हैं। इसमें 81 सेन्चुरी और 105 हाफ सेन्चुरी शामिल हैं।

बात करें बाकी टीमों की, तो महान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर सर डॉन ब्रैडमैन भी टेस्ट सेन्चुरी लगाने के मामले में गावसकर से पीछे थे। गावसकर ने 34 सेन्चुरी लगाईं तो ब्रैडमैन 29 ही लगा सके थे। इसके बाद गैरी सोबर्स(26) और ग्रेग चैपल (24) के नाम थे।

अपने दौर में गावसकर सेन्चुरी लगाने के मामले में इतने तेज थे कि आज भी सबसे ज्यादा टेस्ट सेन्चुरी के मामले में वे तीसरे इंडियन बैट्समैन हैं। उन्होंने अपने करियर में 34 सेन्चुरी लगाई थीं। सिर्फ सचिन तेंडुलकर और राहुल द्रविड़ की उनसे आगे निकल पाए हैं।

गावसकर का ये रिकॉर्ड चौंकाने वाला है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट लगाईं 34 में से 33 सेन्चुरी बतौर ओपनर लगाईं हैं। ओपनिंग करते हुए उन्होंने 9607 रन बनाए हैं।