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ऐसा दिखेगा मोदी के गांव का नया रेल्वे स्टेशन, 99.81 करोड़ रुपए हुए मंजूर


रेल्वे स्टेशन का निर्माण कार्य कीर्ति तोरण की डिजाइन जैसा होगा। जिसमें रेस्ट रूम, पार्किंग, केंटीन जैसी महत्वपूर्ण सुविध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शहर वडनगर को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। नरेंद्र मोदी जहां कभी चाय बेचा करते थे, उस स्थान को आज पूरी दुनिया पहचानने लगी है। अब इस रेल्वे स्टेशन की कायाकल्प होने लगी है। सितम्बर में अपने जन्म दिन पर प्रधानमंत्री इसका लोकार्पण करेंगे, इसकी पूरी संभावना है। 99.81 करोड़ रुपए हुए मंजूर…

गुजरात टूरिज्म कार्पोरेशन मैनेजिंग डायरेक्टर जेनू देव ने nexa news को बताया कि महेसाणा जिले के वड़नगर और आसपास के स्थानों को टूरिज्म स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 99.81 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। यह राशि केंद्र सरकार की योजना स्वदेश दर्शन के तहत खर्च की जाएगी। इसमें 99.81 करोड़ रुपए वड़नगर, मोढेरा और पाटण टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किए जाएंगे।
रेल्वे स्टेशन का ब्ल्यू प्रिंट तैयार
प्रधानमंत्री द्वारा रेल्वे स्टेशन में चाय बेचने की जानकारी बाहर आते ही उनकी छवि एक आम आदमी की बन गई। अब उसी रेल्वे स्टेशन को विकसित किया जा रहा है। यह स्टेशन कैसा होगा, इसका ब्ल्यू प्रिंट तैयार कर लिया गया है। इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा 8 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
ऐसा होगा रेल्वे स्टेशन
8 करोड़ की लागत से तैयार होने वाले रेल्वे स्टेशन को आधुनिक तरीके से विकसित किया जाएगा। रेल्वे स्टेशन का निर्माण कार्य कीर्ति तोरण की डिजाइन जैसा होगा। जिसमें रेस्ट रूम, पार्किंग, केंटीन जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं होंगी। इसके बाद पिछले साल केंद्र सरकार ने महेसाणा और तांरगा हिल के बीच 57.4 कि.मी. नेरोगेज को ब्राड गेट में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 414 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं।
वडनगर ही क्यों?
वडनगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शहर है। इसी वडनगर के रेल्वे स्टेशन पर वे अपने पिता के साथ चाय बेचते थे। ऐसा स्वयं मोदी ने कई आम सभाओं में कह चुके है। इसके अलावा वडनगर का ऐतिहासिक महत्व भी है। यहां कीर्ति तोरण, तानारीरी की समाधि, हाटकेश्वर मंदिर और शर्मिष्ठा तालाब जैसे टूरिस्ट स्पॉट भी पहले से ही हैं। इसके अलावा यहां बौद्धकालीन अवशेष भी हैं, जिसके कारण वडनगर का ऐतिहासिक महत्व बढ़ जाता है।