अब धरती के बाहर जाना हो सकता है मुश्किल, अंतरिक्ष में चल रहा है ये सब
भविष्य में ऐसे हालात बन सकते हैं कि अब हमारा स्पेस में जाना भी बेहद कठिन हो जाएगा। नासा की एक ताजा रिपोर्ट में ऐसे खुलासे हुए हैं जिसने दुनिया की तमाम स्पेस एंजेसियों की चिंता बढ़ा दी है।
क्या कहती है रिपोर्ट...
- रिपोर्ट के मुताबिक अंतरिक्ष में धरती के आसपास स्पेस जंक (स्पेस का कचड़ा) के 6 लाख से भी ज्यादा टुकड़े तैर रहे हैं। इसमें विमान, रॉकेट्स, सैटेलाइट्स और स्पेस स्टेशन के खराब हो चुके पार्ट्स भी शामिल हैं। अब ये कचरा इतना ज्यादा बढ़ता जा रहा है कि इसकी वजह से पृथ्वी के बाहर एक जाल सा बनता जा रहा है।
- अंतरिक्ष और इससे जुड़ी खोज के लिए कई देशों की स्पेस एंजेसियां लगातार काम करती रहती हैं। इसके लिए कई रॉकेट और सैटेलाइट जैसे उपकरण अंतरिक्ष में भेजे जाते हैं। अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले रॉकेट और सैटेलाइट का कुछ ही हिस्सा जमीन पर लौटता है। आमतौर पर स्पेसशिप का वजन कम करने के लिए इस्तेमाल पूरा होने पर शेल को वहीं छोड़ दिया जाता है। यहीं चीजें अंतरिक्ष में जीरो ग्रैविटी की वजह से तैरती रहती हैं।
भविष्य में अंतरिक्ष भेजे जाने वाले स्पेस शटल्स और रिसर्च प्रोग्राम्स के लिए ये अब सबसे बड़ा खतरा बन गए हैं। अंतरिक्ष में तैरने वाले इन टुकड़ो की लंबाई 1 सेन्टीमीटर से 10 सेन्टीमीटर के बीच है। हर साल इस कचड़े की वजह से एक न एक सेटेलाइट नष्ट हो जाती है। जबकि ये स्पेस शटल्स को भी भारी नुकसान पहुंचा सकता है।
- स्पेस साइंटिस्ट रिची कार्मिशेल ने 3डी विज्युल्स से दिखाया कि हमारी धरती इससे किस तरह घिर चुकी है। रिची ने बताया कि इस कचरे को फैलाने में अमेरिका, रूस और चीन सबसे आगे हैं।

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