जयमाल के बाद दुल्हन ने उठाया बोल्ड कदम, मां-बाप बोले- बेटी पर गर्व है
जयमाल के बाद दहेज में की गई एक डिमांड दूल्हे को भारी पड़ गई। नाराज दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया और बरात को उल्टे पांव लौटा दिया। लड़की की इस दिलेरी पर इलाके के लोग गर्व कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि दुल्हन ने बिल्कुल ठीक किया।
मामला जालौन जिले के माधौगढ़ थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाले संतोष गौड़ मुंबई में बिजनेस करते हैं। पूरी फैमिली वहीं रहती है।
- संतोष ने अपनी बेटी सुषमा की शादी मुंबई में एक्साइज विभाग में तैनात मध्य प्रदेश के सुनील से तय की थी। शादी जालौन से होनी थी।
- सुनील 4 दिसंबर को बरात लेकर सुषमा के घर पहुंचा। धूमधाम से सभी रस्में निभाई गई। जयमाल के बाद दूल्हे ने लड़की के पिता से अचानक दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल की मांग कर दी। जब यह बात दुल्हन को पता चली तो गुस्सा गई और उसने 7 फेरे लेने से इनकार कर दिया।
- दुल्हन के इस फैसले के बाद दोनों पक्षों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वो अपने फैसले पर कायम रही और बरात को बिना दुल्हन के वापस लौटना पड़ा।
- सुषमा का कहना है, जिस घर में दहेज की मांग करने वाले बसते हों, वहां कभी भी किसी लड़की का सम्मान नहीं हो सकता। जहां सिर्फ रुपयों की ही पूजा होती है, ऐसी जगह मैं कभी शादी नहीं करूंगी।
- मेरे पापा ने मुझे मुंबई में रहकर पढ़ाया-लिखाया और इस काबिल बनाया कि मैं खुद कमा कर खा सकती हूं। मुझे किसी के सहारे की जरूरत नहीं। दहेज का लोभ मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती।
सुषमा के पिता संतोष ने बताया, बच्चों की पढ़ाई के लिए 28 साल पहले माधौगढ़ में अपना घर छोड़ मुंबई चला गया था।
- बड़ा बेटा मुंबई में इंजीनियर है, जबकि छोटा बेटा इंजीनयरिंग की तैयारी कर रहा है। बेटी को एमकॉम कराया।
- बेटी के इस साहस भरे कदम पर गांव के लोग गर्व कर रहे है। सभी का कहना है कि इस तरह से बेटियों को हिम्मत दिखानी चाहिए, जिससे समाज में दहेज प्रथा को खत्म किया जा सके।
- वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि पढ़ाई का मतलब सिर्फ नौकरी करना ही नहीं होता, बल्कि अपने हक के लिए लड़ना भी होता है। सुषमा ने यह करके दिखा दिया।

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