इंसानों से तेज है कबूतर का दिमाग, शोध भी कहते हैं ऐसा
विभिन्न शोध से पता चलता है कि कबूतरों का दिमाग इंसानों से भी तेज होता है। जानिए कैसे काम करता है उनका माइंड
आमतौर पर लोग यह मानते हैं कि सबसे तेज दिमाग इंसान का होता है। लेकिन विभिन्न शोध से पता चलता है कि कबूतरों का दिमाग इंसानों से भी तेज चलता है। इसलिए सदियों पहले से कबूतरों को संदेशवाहक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था। कबूतरों की खासियत उनका टाइम और स्पेस मैनेजमेंट भी है। साइंटिस्ट बोफिन की स्टडी के अनुसार कबूतरों की मेमोरी बहुत तेज होती है। वे एक बार जिस चीज को देख लेते हैं उसी कभी नहीं भुलते। इसलिए वे एक इंसान के दिमाग से कहीं ज्यादा चीजों को याद रख पाते हैं।
ज्यूरिच यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता निकोल ब्लेसर ने अपनी स्टडी में ये साबित किया है कि कबूतर अपने घर तक पहुंचने के लिए दिमागी नक्शे का यूज करते हैं। ब्लेसर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस प्रयोग के दौरान कबूतरों के पंखों के बीच जीपीएस मशीन फिट कर दी ताकि वे कबूतरों के हवाई मार्ग की निगरानी कर सकें। उसके बाद ब्लेसर और उसके दोस्तों ने कबूतरों को रास्ते में आने वाले घरों में पड़े खाने का प्रशिक्षण दिया।
आमतौर पर कबूतर ऐसा करते हैं और इससे उनके रास्ते में याद रखने की क्षमता का अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है। इसके बाद इन कबूतरों को उनके घर से तीस किलोमीटर दूर खाना खिलाया गया ताकि वह वहां से सीधे अपने घर पहुंच सकें। उसके बाद साइंटिस्ट उन्हें एक तीसरी जगह ले गए। यहां से उन्हें अपने घर का रास्ता नहीं मालूम था। इतनी दूर से जब इन्हें छोड़ा गया तो वह सीधे अपने ठिकाने पर पहुंच गए। ब्लेसर यह भी मानते हैं कि कबूतर किसी भी हालत में नहीं भुलने की अद्भुत क्षमता रखते हैं।


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