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पति के शव का हाथ थामे रोती रही पत्नी, मौत को लेकर पुलिस ने बोली ये बात


माइनिंग एरिया में बलजीत की मौत के मामले में लगातार दूसरे दिन रविवार को भी गांव वालों और पुलिस की झड़प हुई। गांववाले इस बात से खफा थे कि ट्रैक्टर मालिक जाकिर के बयान के बावजूद एसएचओ बलराज सिंह पर हत्या का केस दर्ज करने के बजाय धारा 174 में कार्रवाई हुई। अभी शव का बिसरा जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि एडीजीपी आरसी मिश्रा ने दावा किया कि यह हत्या नहीं हादसे का मामला है। उधर, हंगामे के दूसरे दिन भी बलजीत के शव के साथ उसकी पत्नी गुमसुम बैठी रही।

- रविवार को गुस्साए गांव वालों ने जब पथराव शुरू किया तो बचाव में पुलिस को वॉटर कैनन की मदद लेनी पड़ी। ऐन मौके पर कैनन से पानी की बौछार नहीं हो पाई। जब कैनन चला तो पानी की बौछार पुलिस कर्मियों पर हो गई। जिसके कारण पुलिस पर गांववाले भारी पड़ गए। तब पुलिस को बचाव के लिए हवा में फायरिंग करनी पड़ी। फिर आंसू गैस के गोले छोड़े गए। पत्थरबाजी करने के आरोप में डेढ़ सौ गांववालों पर केस दर्ज किया है। 12 आरोपियों की पहचान कर ली गई है।
- आरोप है कि हमलावरों ने दो एसएचओ पर भी गन्ने का गर्म रस डालकर जलाने का प्रयास किया है। हालात पर काबू पाने के लिए अंबाला से एक्स्ट्रा फोर्स बुलानी पड़ी।
- एसपी व दो डीएसपी जब गांव में हालात कंट्रोल नहीं कर पाए तो एडीजीपी आरसी मिश्रा को मौके पर आना पड़ा। हालांकि उनके आने से पहले शव का संस्कार हो चुका था।

- बताते चलें कि शनिवार अलस्सुबह लाल टोपी घाट पर खिजराबाद पुलिस एसएचओ के नेतृत्व में खनन करने वालों पर कार्रवाई करने पहुंची।
- इसी दौरान ट्रैक्टर से नीचे गिरकर टायर के नीचे दबने से गांव अराइयांवाला निवासी 25 वर्षीय मोनू की मौत हो गई।
- परिजनों का आरोप है कि एसएचओ ने खनन कर रहे लोगों पर पथराव किया था, जिसमें से एक पत्थर मोनू की कनपटी पर लगा तो वह नीचे गिर गया और ट्रैक्टर के नीचे दब जाने से उसकी मौत हुई। इससे गुस्साए लोगों ने शनिवार को थाना खिजराबाद में पथराव किया।
- गुस्साए लोगों ने पुलिस जिप्सी के शीशे तोड़ दिए। जब परिजनों को समझाने के लिए एसएचओ छछरौली वीरेंद्र राणा मौके पर पहुंचे तो लोगों ने उन्हें भी पीट दिया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
जैसा कि प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था
- मृतक युवक माेनू के दोस्त मोहम्मद याकिर की मानें तो वह रेत की ट्रॉली लेकर आ रहे थे, पुलिस ने रोककर उनके साथ पैसे वसूली के लिए बहस शुरू कर दी। हालंकि 200 रुपए दे भी दिए थेए लेकिन पुलिस वाले 500 पर अड़े हुए थे।
- इसी बहस के बीच अचानक पुलिस वाले पथराव पर उतर आए। थाना खिजराबाद के एसएचओ द्वारा फेंका पत्थर मोनू की कनपटी पर लगा और वह ट्रैक्टर से नीचे गिर गया। साथ ही ट्रैक्टर का पहिया उसके ऊपर से गुजर जाने से उसकी मौत हो गई।

- घटना के बाद पांच घंटे तक लोगों ने नेश्नल हाईवे नंबर 73 को जाम रखा। प्रदर्शनकारियों ने थाना छछरौली के एसएचओ वीरेंद्र राणा को पीट दिया था।
- रविवार को फिर से उस वक्त माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब परिजनों ने मोनू का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया, वहीं गांववाले ने आज भी जाम लगाने की कोशिश की।
- गांव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा दी है। इसकी अनाउंसमेंट भी अधिकारियों ने लाउ डस्पीकर के द्वारा गांव में की गई।
- ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने गांव के कुछ लोगों को उठाया है, इसलिए पहले लोगों को छोड़ा जाए तभी अंतिम संस्कार किया जाएगा, लेकिन पुलिस ने ग्रामीणों की किसी भी शर्त को मानने से इन्कार कर दिया है।