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भारत में नहीं आएगी बुलेट ट्रेन, अधूरा रहा जाएगा मोदी का सपना


जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 13 सितंबर को जब भारत दौरे पर आए थे

तो इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री और जापान के प्रधानमंत्री दोनों ही अहमदाबाद में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास उन्होंने किया था.

मोदी के अनुसार बुलेट ट्रेन परियोजना जापान की सहायता से ही बनाई जानी है.

जापान और भारत दोनों ही देश भारत में बुलेट ट्रेन बनाने पर करार भी किया हैं. जापान में बड़ा कांड हो गया है

 जिसकी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत देश में बुलेट ट्रेन लाने का सपना महज सपना ही रह सकता है.

जापान में इन दिनों स्टील स्कैंडल हुआ है. स्कैंडल में चौकाने वाला खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है की जापान की बुलेट ट्रेन में प्रयोग किये जाने वाला स्टील अच्छी क्वालिटी वाला नहीं है.

 अब हमारे लिए अहम् है की जब जापान हमें बुलेट ट्रेन की सौगात दे रहा है तो ये सवाल लाजमी है कि क्या अब हमें जापान से बुलेट ट्रेन लेना चाहिए क्या यह हमारे लिए ठीक है.

 जापान की मशहूर कंपनी कोबी स्टील लिमिटेड पर आरोप लगा है कि वह बुलेट ट्रेन के लिए सही क्वालिटी का स्टील इस्तेमाल नहीं करती है.

ड्रीम प्रोजेक्ट

जापान में हुए स्टील स्कैंडल का भारत में बुलेट ट्रेन आने पर क्या और कितना असर होगा यह तो अभी कुछ कहा नहीं कहा जा सकता.

 लेकिन जापान की बुलेट ट्रेन का संचालन करने वाली कंपनियों और सेंट्रल जापान रेलवे ने बताया है कि सुरक्षा के लिहाज से यह खतरा नहीं है.

आपकी सही जानकारी के लिए बता दें कि हमारे देश की प्रथम बुलेट ट्रेन जापान के सहायता से ही बन रही है.

लेकिन ऐसे में जापान में हुए स्टील स्कैंडल ने बुलेट ट्रेन पर एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह भी लगा दिया है.

भारत देश की पहली बुलेट ट्रेन के लिए लाने के लिए जापान हमें टेक्नोलॉजी और वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है.

 शायद आप इस बात से अवगत नहीं है लेकिन भारत की पहली बुलेट ट्रेन का ब्लूप्रिंट भी जापान ने ही बनाया है.

 बुलेट ट्रेन में प्रयोग होने वाले पॉट्स का निर्माण हमारे देश में होगा. भारत की प्रथम बुलेट ट्रेन अहमदाबाद और मुंबई के तक चलेगी.