न दांत हैं न बाल, फिर भी बनी मॉडलिंग और दुनिया के लिए मिसाल
हिम्मत हो तो कोई क्या नहीं कर सकता? पहाड़ का सीना काट कर जल की धार निकाल सकता है. बंजर में भी फूल उगा सकता है. तो हम आज आपको एक ऐसी ही जिजीविषा की कहानी बताने जा रहे हैं.
मेलैनी गेडॉस कनेक्टिकट की रहने वाली एक २७, वर्षीय महिला हैं. इन्हें एक रेयर जेनेटिक बीमारी है जिसकी वजह से मेलैनी जन्म से ही कई तरह के डिसऑर्डर्स का शिकार हैं.
इस बीमारी की वजह से मैलैनी के शरीर में बालों, रोमों, नाखूनों और छोटी हड्डियों का विकास नहीं हो पाया. इतना ही नहीं उन्हें बाइलिटरल क्लेफ्ट प्लेट और एलोप्सिया की परेशानी भी है, जिसके कारण बालों की नेचुरल ग्रोथ रुक जाती है.
इस बीमारी ने उन्हें भीतर तक तोड़ कर रख दिया था, और उनका आत्मविश्वास भी डगमगा गया था. मगर इसी बीच उनकी एक दोस्त ने उन्हें मॉडलिंग के लिए तैयार करने की कोशिश की. उनकी दोस्त ने उनसे बात में कहा कि, तुम्हारी यह कोशिश बहुतों के लिए प्रेरणा बन सकती है. इसके बाद मेलैनी ने उनके ऊपर होने वाले भद्दे कमेंट्स से लड़ने और पूरी दुनिया को दिखाने के लिए मॉडलिंग करना शुरु किया.
मेलैनी ने ख़ुद को हमेशा हीन-भाव से बचा कर रखा. उन्होंने न्यूयॉर्क के प्रैट इंस्टिट्यूट से पढ़ाई की है. उनका मानना है कि जब लोग बिना पैरों के मैराथन में हिस्सा ले सकते हैं, तो वे बिना दांतों के क्यों नहीं खा सकतीं. आख़िर ज़िंदगी ज़िंदादिली का ही तो दूसरा नाम है. और हम-आप मेलैनी के इसी अदम्य साहस के आगे तो नतमस्तक हैं.

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