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लंदन की लाइब्रेरी में रखी है मोदी के शहर की ये तस्वीर


बनारस शहर मोक्ष प्राप्ति के लिए भी जाना जाता है। यहां के मणिकर्णिका घाट को महाश्मशान का दर्जा मिला हुआ है। वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर भी अपने अंदर सालों का इतिहास समाए है। वाराणसी पीएम नरेंद्र मोदी का गढ़ भी है। 19 अगस्त को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे के मौके पर हम आप को  उत्तर प्रदेश की विंटेज फोटो दिखा रहे  है। इनमें से कुछ फोटो लंदन लाइब्रेरी तक में प्रिजर्व्ड हैं।


फोटो २, वाराणसी के घाट पर बैठे साधु। यह तस्वीर साल 1908 में ली गई थी।



फोटो ३, वाराणसी में घाट किनारे लगे एक मेले में झूला झूलते महिलाएं और बच्चे।


फोटो ४, बनारस की नाचने वाली औरतों घर के झरोखे से झांकती हुई। मणिकर्णिका घाट पर आज भी नाचने वाली औरतें डांस कर मोक्ष प्राप्ति की कामना करती हैं।


फोटो ५, बनारस के चौराहे पर भीख मांगता एक बूढ़ा भिखारी।



फोटो ६, बनारस में नाच दिखाती एक महिला।


फोटो ७, मणिकर्णिका घाट का एक नजारा।



फोटो ८, एक महिला को डोली में ले जाते धूली।



फोटो ९, बनारस के महाराजा का शाही हाथी।


फोटो १०, 1950 में ऐसी दिखती थीं बनारस की गलियां।


फोटो ११, 19वीं सदी में भी बनारस के घाटों पर बोटिंग सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहती थी।


फोटो १२, 20वीं सदी की शुरुआत में बनारस घेंघा (गोइटर) जैसी बीमारी की चपेट में था।



फोटो १३,  काशी विश्वनाथ मंदिर में बना ज्ञानवापी कुआं।


फोटो १४, 19वीं सदी में बनारस के घाटों पर दिखते थे ऐसे मगरमच्छ।


फोटो १५,  बनारस के घाटों पर बैठे साधु।