इस गुफा से है 'रणछोड़' का कनेक्शन, दर्शन को लगती है भीड़
बॉलीवुड फिल्म 'थ्री इडियट्स' में आमिर खान के कैरेक्टर का नाम रणछोड़ था। क्या आप जानते हैं यह कृष्ण भगवान का ही एक नाम है। बुंदेलखंड के ललितपुर जिले से कान्हा का गहरा नाता रहा है। ललितपुर ही वह जगह है जहां कृष्ण जी को 'रणछोड़' नाम मिला था।
कालयवन श्रीकृष्ण के 5 सबसे बड़े दुश्मनों में शुमार था। वो जन्म से ब्राह्मण था, लेकिन उसके कर्म राक्षसों जैसे थे।
- शेशिरायण नाम के ऋषि ने शिव की तपस्या कर अजेय पुत्र का वरदान मांगा था। शिव के प्रताप से ही उन्हें कालयवन का जन्म हुआ। उसे जन्म से वरदान था कि वो न किसी अस्त्र से मरेगा, न किसी शस्त्र से। कोई भी सूर्यवंशी या चंद्रवंशी योद्धा उसका वध नहीं कर पाएगा।
- कृष्ण जी ने कालयवन का वध ललितपुर में ही करवाया था।
पुराणों के मुताबिक मगध के शासक जरासंध ने मथुरा पर हमला करवाने के लिए कालयवन की मदद ली थी।
- श्रीकृष्ण कालयवन के वरदान के बारे में जानते थे, इसलिए उन्होंने उसका वध नहीं किया। उससे युद्ध के दौरान श्रीकृष्ण रणभूमि छोड़ ललितपुर के धौजरी के पास पर्वत पर स्थित गुफा में आकर छुप गए। तभी से उनका नाम रणछोड़ पड़ गया।
- उस गुफा में मुचकुंद ऋषि तपस्या में लीन थे। कृष्ण ने अपने पीले वस्त्र उतारकर ऋषि को ओढ़ा दिए।
- जब कालयवन वहां आया तो उसे लगा कि कृष्ण वहां तपस्या कर रहे हैं। उसने बिना सोचे उन पर ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए।
- ऋषि मुचकुंद को वरदान था कि वो तपस्या के बाद या उसके दौरान जिस पर भी पहली दृष्टि डालेंगे, वो भस्म हो जाएगा।
- कालयवन के वार से ऋषि की तपस्या टूटी और उनकी निगाहें उस पर पड़ गईं। जैसे ही ऋषि ने कालयवन को देखा, वो वहीं भस्म हो गया।
जानकार हरिगोविंद कुशवाहा बताते हैं, "द्वापर युग की इस घटना की साक्षी ललितपुर के धौजरी के पास विध्यांचल पर्वत की गुफा आज भी मौजूद है। इसे मुचकुंद गुफा कहते हैं।"
- "भगवत पुराण में यह घटना और इस स्थान का नाम दर्ज है। यह अटूट श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। इस पहाड़ से आज भी पानी रिसता रहता है जो कि एक कुंड में गिरता है।"

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