घूमने फिरने के शौक ने इस गुजराती लड़की को दिया, हवा में उड़ने का मौका!
आज महिलाएं हर क्षेत्र में नाम कमा रही हैं। ऐसे में हवा से बातें करने के क्षेत्र में कैसे पीछे रह सकती हैं। एविएशन के क्षेत्र में भी महिलाएं अपना कौशल दिखा रही हैं। ऐसी ही एक गुजराती लड़की है नियती ब्रह्मभट्ट, जो गांधीनगर में रहती हैं, अमेरिका में ट्रेनिंग लेकर अब विमान उड़ाने लगी है।
बचपन से ही घूमने-फिरने का शौक था नियती को। इसे पूरा करने के लिए कोई काम मिल जाए, वह इसी की तलाश में थी। तभी उसने विचार किया कि यदि पायलट बन जाऊं, तो कैसा रहेगा? बस फिर कया था, उसने स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद यूएस से पायलट की ट्रेनिंग ली। ट्रेनिंग लेने के 5 साल तक उसे कोई नौकरी ही नहीं मिली। तब उसने छोटी,मोटी नौकरी की। 2015 में इंडिगो एयरलाइंस में फर्स्ट आफिसर के रूप में काम शुरू किया। आज वह डोमेस्टिक फ्लाइट उड़ाती हैं। भास्कर से बात करते हुए नियती ने अपने एविएशन सफर पर बातचीत की।
अहमदाबाद में जन्म लेने वाली नियती ब्रह्मभट्ट के पिता सरकारी नौकरी करते थे।
-वडोदरा से अहमदाबाद ट्रांसफर होने के बाद उनका परिवार गांधीनगर में स्थायी रूप से रहने लगा।
-गांधीनगर की सेंट जेवियर्स स्कूल में पढ़ाई करने वाली नियती को घूमने-फिरने का शौक था।
-दसवीं पास करते ही उसने तय कर लिया कि पायलट बनना है।
-बारहवीं की पढ़ाई के बाद नियती एविएशन के क्षेत्र में आगे बढ़ी।
-बारहवीं पास करने के बाद नियती ने अहमदाबाद में एविएशन अकादमी ज्वाइन की।
-अहमदाबाद में एक साल तक पायलट की बेसिक ट्रेनिंग के बाद नियती ने अमेरिका जाना तय किया।
-पायलट की ट्रेनिंग के लिए 2007 में अमेरिका के फ्लोरिडा में एविएशन अकादमी ज्वाइन की।
-फ्लोरिडा में एक साल की ट्रेनिंग के बाद नियती ने भारत का लायसेंस लेने के लिए एक्जाम दिया।
-2009 में इस एक्जाम को उत्तीर्ण करने के बाद नियती को पायलट का लायसेंस मिल गया।
फिर की छोटी ,मोटी नौकरी
-एविएशन के क्षेत्र में नौकरी न होने के कारण लायसेंस लेने के बाद भी नियती को नौकरी नहीं मिली।
-इस दौरान छोटी ,मोटी नौकरी करनी शुरू की।
-नियती ने भुवनेश्वर, तमिलनाड़ु जैसे इलाकों में भी अकादमी में ग्राउंड इंस्ट्रक्टर की नौकरी की।
-इस दौरान उसने ओपन यूनिवर्सिटी से बीसीए और एमबीए की पढ़ाई कर ली।
2015 में इंडिगो एयरलाइंस में मिली नौकरी
-2015 एविएशन के क्षेत्र में जॉब ओपनिंग होने से नियती को इंडिगो एयरलाइंस में सिलेक्ट किया गया।
-इंडिगो एयरलाइंस में फर्स्ट ऑफिसर के रूप में फिर ट्रेनिंग ली।
-ट्रेनिंग के बाद नियती ने इंडिगो एयरलाइंस में फर्स्ट ऑफिसर के रूप में पायलट के कैरियर की शुरुआत की।
-आज अहमदाबाद बेज में काम करते हुए नियती डोमेस्टिक फ्लाइट उड़ाती है।
-फर्स्ट ऑफिसर के रूप में नौकरी करते हुए नियती केप्टन बनने के बाद इंस्ट्रक्टर बनना चाहती है।
-उसके बाद उसकी इच्छा इंटरनेशनल फ्लाइट उड़ाने की है।
एविएशन के क्षेत्र के बारे में क्या कहती है नियती
-महिलाओं के संबंध में बात करते हुए नियती मानती हैं कि पहले वक्त दूसरा था, अब काफी बदल गया है।
-एविएशन के क्षेत्र में महिलाओं के लिए पर्याप्त अवसर हैं। इतना ही नहीं अब तो अन्य लोग भी आकर सपोर्ट करते हैं।

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