Header Ads

लालू के पास है करोड़ों की बेनामी संपत्ति, कभी फीस देने को भी नहीं होते थे पैसे


राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से चर्चा में हैं। चर्चा सीबीआई की 12 ठिकानों पर छापेमारी को लेकर है।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से चर्चा में हैं। चर्चा सीबीआई की शुक्रवार को 12 ठिकानों पर छापेमारी को लेकर है। एक हजार करोड़ से ज्यादा के बेनामी संपत्ति के मालिक लालू प्रसाद को कभी स्कूल का फीस देने तक का पैसे नहीं था। वे अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए स्कूल में गुड़ और चावल फीस के रुप में दिया करते थे। फीस देने के लिए नहीं थे पैसे...


- लालू प्रसाद का जन्‍म गोपालगंज जिले के फुलवरिया गांव में हुआ था।
- लालू ने माड़ीपुर गांव के स्कूल से अपनी पढ़ाई की शुरूआत किया था।
- तब लालू के पास स्कूल का फीस देने के लिए पैसे नहीं हुआ करता था।
- इस कारण वे हर शनिवार को रस्सी-पगहा और गुड़-चावल फीस के रूप में शिक्षक को दिया करते थे।
करोड़ों रुपए की संपत्ति के मालिक हैं लालू

- आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनका पूरा परिवार घोषित 9 करोड़ रुपए का मालिक है।
- 2009 में लोक सभा चुनाव में दायर किए हलफनामे के अनुसार लालू प्रसाद के पास तीन करोड़ 21 लाख की संपत्ति है।

- लालू प्रसाद के बड़े बेटे के पास तेज प्रताप यादव के पास भी तीन करोड़ रुपए की संपत्ति है।
-तेज प्रताप यादव 18.58 लाख रुपए का कर्ज भी है।
-लालू प्रसाद के छोटे बेटे सह बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पास करीब डेढ़ करोड़ रुपया की संपत्ति है। तेजस्वी यादव के ऊपर 32 लाख रुपए का कर्ज भी है।
- लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती के पास 83 लाख रुपए हैं।
-मीसा के हसबैंड शैलेष के नाम 48 लाख की जमीन है।
- गाड़ी के नाम पर मीसा के पास एक लाख की पुरानी महिंद्रा मैक्स पीक अप है।
- बैंक में रकम के मामले में मीसा के पास 7 लाख, पति के खाते में 10 लाख, जबकि बेटियों के खाते में 25.50 लाख रुपए हैं।

हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति लालू परिवार के पास
- लालू प्रसाद का परिवार घोषित रूप से तो 9 करोड़ रुपए का ही मालिक है।
- लेकिन हाल के दिनों में उनके ऊपर एक हजार से ज्यादा रुपए के बेनामी संपत्ति रखने का आरोप है।
- आईटी ऑफिशयल्स की मानें तो लालू की बेटी के दो प्रॉपर्टीज को अटेच किया गया है।
- इनमें एक घर और दिल्ली स्थित जमीन है।
- आई टी सूत्रों के अनुसार डिपार्टमेंट ने बेनामी प्रॉपर्टी एक्ट, 1988 के तहत प्रोविजनल ऑर्डर जारी किया था, जो पिछले साल नंवबर से प्रभावी था।

- आफिशियल्स ने कहा कि बेनामी अटैच की गई प्रॉपर्टी की सही कीमत का अनुमान तुरंत तो नहीं लगाया जा सकता।
- लेकिन, जो प्रॉपर्टी अटैच किया गया उसकी कीमत 1 हजार करोड़ रुपए से अधिक हो सकती है।