बिन बुलाए मेहमान को देख हलक में अटकी जान, आंख खुलते ही हुआ सामना
मंदसौर के गांव कंवला में रविवार को एक व्यक्ति के बाड़े में करीब 10 फीट लंबा मगरमच्छ घुस गया। पूर्व सरपंच मुकेश चौधरी जब सुबह उठकर अपने बाड़े में पहुंचे तो मगरमच्छ मुंह खोले उनके सामने था। उन्होंने तत्काल आसपास के लोगों को बुलाया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद गांव वाले मिलकर मगरमच्छ को ट्रेक्टर में डालकर नदी में छोड़कर आए।
मंदसौर की भानपुरा तहसील के कंवला गांव में रविवार सुबह हड़कंप मच गया। सुबह करीब 7 बजे गांव के पचास से ज्यादा लोग पूर्व सरपंच मुकेश चौधरी के घर के बाड़े में एकत्रित थे। दरअसल चौधरी के बाड़े में सुबह एक मगरमच्छ घुस आया था।
- इस बिना बुलाए मेहमान को भगाने के लिए चुअधारी और गांव के अन्य लोगों ने वन विभाग को सूचना दी लेकिन काफी देर तक विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा इधर लोगों की भीड़ देख मगरमच्छ के तेवर तीखे होने लगे थे।
- वह मुंह फैलाकर भीड़ की तरफ बढ़ने लगा था, यह देख ग्रामीणों ने खुद ही इसे पकड़कर नदी में छोड़ने का फैसला किया। गांव के कुछ लोग डंडे, सीढ़ी और रस्सियों से इसे काबू में करने की कोशिश करने लगे।
सब लोगों ने मिलकर पहले उसे मुकेश के बाड़े से बाहर धकेलना शुरू किया। उसे बाहर धकेलने के लिए लोग उसके आस-पास डंडे फटकार रहे थे इससे वो हरकत में आ गया और मुंह फैलाकर ग्रामीणों पर हमला करने की कोशिश करने लगा। जैसे तैसे लोगों ने उसे बाहर धकेला, फिर एक सीढ़ी की मदद से उसका मुंह दबाकर उस पर रस्सी लपेटी गई।
- रस्सी लपेटने के बाद भी मगर काबू में नहीं आ रहा था, उसे संभालना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा था। रस्सी लपेटकर डंडे से उसका मुंह दबाकर 10 से 12 लोगों ने मिलाकर उसे ट्रेक्टर पर खींचा और फिर चंबल नदी में छोड़कर आए।
- चौधरी ने बताया कि गांव चंबल नदी से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर है। नदी किनारे खेत और खुली जमीन है, उससे होते हुए कई बार मगर खेत में आ जाते है लेकिन इस तरह घर के बाड़े में घुसने का ये पहला मामला है।
- ग्रामीणों द्वारा मगर को छोड़ने के करीब आधे घंटे बाद वन विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची जब उन्हें पता चला कि लोग मगर को लेकर नदी में छोड़ने गए है तो टीम वापस लौट गई।


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