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चीन का ‘भुतहा’ शहर, सारी फैसिलिटीज होने के बाद भी नहीं रहता यहां कोई


चीन दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला विकासशील देश है। इसी के चलते यहां शहरीकरण को बहुत तेजी से बढ़ा और चीन सरकार ने भी इस गति से बुनियादी ढांचे का निर्माण किया कि इसकी रफ्तार सप्लाई-डिमांड अनुपात को पार कर गई है। इसका नतीजा यह हुआ कि चीन में अब कई शहर खाली पड़े हैं और इन्हें ‘भुतहा’ शहर कहा जाने लगा है। इन्हीं में से एक है कांगबाशी डिस्ट्रिक्ट की आर्दोस सिटी।

शहर बसने के बाद भी वे खाली पड़े हों, यह आश्चर्यजकन है। इसका जवाब खोजने के लिए चीन की प्रमुख इंटरनेट कंपनी बाइडू ने एक रिपोर्ट तैयार की।
- बाइडू के मुख्य खोजकर्ता हैशान वू ने इसके तीन कारणों का पता लगाया.. घरों की कमी, रियल एस्टेट में बूम और वह कानून जिसमें शहरों को सस्ती दरों पर ग्रामीण जमीनें खरीदकर डवलपर्स को बेचने का अधिकार।
- डवलपर्स ने सारी फैसिलिटीज तो दीं, लेकिन मकानों की कीमतें इतनी बढ़ा दीं कि अधिकतर लोगों के लिए इन्हें खरीदना मुमकिन नहीं था।
- कुछ लोगों ने यहां प्रॉपर्टी खरीदी भी तो सिटी के वीरान होने के चलते वे भी ज्यादा समय यहां टिक नहीं पाए और दूसरे शहरों में बस गए।
- फॉरेंसिक एशिया लिमिटेड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में ऐसे तकरीबन 64 मिलियन यानी 6 करोड़ 40 लाख घर खाली पड़े हैं। यहां हर साल 20 नए शहर बन रहे हैं, लेकिन महंगे होने के चलते यहां लोग बस नहीं रहे हैं।