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एक एक्सीडेंट के बाद बढ़ गया था 'गब्बर सिंह' का वेट, 6 साल बाद हुई थी मौत


'शोले' (1975) में गब्बर का रोल कर फेमस हुए अमजद खान को गुजरे हुए 25 साल हो गए हैं। 27 जुलाई 1992 को हार्ट अटैक से मुंबई में उनकी डेथ हो गई थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक एक्सीडेंट के बाद अमजद खान का वजन लगातार बढ़ता गया था, जो उनकी मौत का कारण भी बना। कब हुआ था अमजद का एक्सीडेंट

 बात 1986 की है। तब अमजद खान किसी फिल्म की शूटिंग के लिए मुंबई से गोवा जा रहे थे। रास्ते में उनका जबरदस्त एक्सीडेंट हुआ।
- अमजद को सीरियस इंजरी हुई और वे कुछ समय के लिए वे कोमा में चले गए। हालांकि, किस्मत से वे जल्दी ही रिकवर होने लगे।
- इस दौरान जो दवाइयां अमजद को दी गईं, उनसे उनका वजन लगातार बढ़ता गया, जिसकी वजह से कई तरह के हेल्थ कॉम्प्लिकेशन्स हुए।
- 1992 में जब अमजद खान की डेथ हुई, तब वे 52 साल के थे। 'बेचैन', 'रुदाली' और 'अनोखी चाल' सहित 10 से ज्यादा फिल्में ऐसी हैं, जो अमजद की मौत के बाद रिलीज हुई थीं।

 अमजद खान का पूरा नाम अमजद जकारिया खान था। उनका जन्म पेशावर, पाकिस्तान में हुआ था और वे एक्टर जयंत के बेटे थे।
- अमजद खान उस वक्त महज 11 साल के थे, जब उन्हें फिल्म 'नाजनीन' (1951) में करियर का पहला रोल मिला था। इसके 5 साल बाद करीब 16 साल की उम्र में अमजद को अगला रोल फिल्म 'अब दिल्ली दूर नहीं' में मिला था।

 अमजद खान 'शोले' के गब्बर के लिए पहली पसंद नहीं थे। डायरेक्टर रमेश सिप्पी इसके लिए डैनी डेन्जोंगपा को लेना चाहते थे। लेकिन किसी कारण वे यह रोल नहीं कर सके।

 अमजद खान फिल्म 'शोले' से करीब-करीब बाहर हो चुके थे। स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर को गब्बर सिंह के रोल के लिए उनकी आवाज कमजोर लग रही थी। यह अमजद की किस्मत ही थी कि उन्हें यह रोल मिल गया।
- बता दें कि 'शोले' के एक डायलॉग 'कितने आदमी थे' को शूट करने के लिए अमजद ने 40 रीटेक लिए थे।

अमजद खान की पत्नी शेहला अरोड़ा खान उन्हें बहुत प्यार करती थीं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, "मैं अमजद के साथ बड़ी हुई। 14 साल की उम्र में मैं सबसे पहले उनसे मिली थी। हम महबूब स्टूडियो के अपोजिट एक ही बिल्डिंग में रहते थे।"
- बकौल शेहला, "एक बार जब हम बैडमिंटन खेल रहे थे तो हमारी शटलकॉक दूसरी ओर गिर गई। मैंने कहा- अमजद भाई, प्लीज शटल पास कर दो। उन्होंने पलटकर देखा और कहा- तुम मुझे भाई नहीं कह सकतीं। मैंने पूछा- क्यों? जवाब मिला- इससे ऐसी फीलिंग आती है, जैसे मैं बहुत बड़ा हूं।"
 शेहला ने एक इंटरव्यू में कहा था, "अमजद मेरे पास आए और बोले- क्या तुम जानती हो तुम्हारे नाम का मतलब क्या है? मैं नहीं जानती थी। उन्होंने कहा- इसका मतलब होता है, जिसकी डार्क आंखें हों। बाद में अमजद ने पूछा- तुम्हारी उम्र क्या है, तो मैंने कहा 14 साल। यह सुनकर उन्होंने कहा- जल्दी बड़ी हो जाओ, मुझे तुमसे शादी करनी है।"

शेहला ने एक इंटरव्यू के कहा था, "जब मैं 11वीं क्लास में थी तो अमजद ने मुझसे कहा था कि उनकी मां मेरे घर शादी का प्रपोजल लेकर आएगी। जब वे लोग आए तो मेरे पापा ने कहा- कुछ नहीं करना है। अभी उसने स्कूलिंग भी पूरी नहीं की। अभी वह कॉलेज जाएगी। मैंने उसके लिए प्लान बनाकर रखा है। शादी के बारे में तो अगले 6 साल तक सोचिए भी मत।

अमजद की पत्नी शेहला ने एक इंटरव्यू में कहा था, "जब तक अहलम (बेटी) पैदा नहीं हुई थी, तब तक वे मुझे प्रिंसेस बुलाते थे। लेकिन बेटी के आने के बाद वे उसे प्रिंसेस और मुझे शैली बुलाने लगे।

अमजद खान टी एडिक्ट थे और एक दिन में करीब 80 कप चाय पी जाया करते थे। पृथ्वी थिएटर की कैंटीन के कर्मचारी अमजद खान की चाय की मांग पूरी नहीं कर पाते थे, क्योंकि उन्हें दूध लेने दूर तक जाना पड़ता था।
- इस दौरान अमजद ने दो भैंसें खरीदी और थिएटर में बांध दी, ताकि कैंटीन स्टाफ को बाहर न जाना पड़े।

 सत्यजीत रे ने अमजद खान को 'शतरंज के खिलाड़ी' के लिए फिल्म 'शोले' (1977) देखने के बाद साइन किया था।
- इस बीच अमजद खान का कार एक्सीडेंट हुआ और उन्होंने सत्यजीत रे को कहा कि वे किसी और को फिल्म में ले लें।
- लेकिन सत्यजीत ने इंतजार किया और अमजद के ठीक होने के बाद फिल्म पूरी की।