ओम कहते ही शरीर में आ जाती है एनर्जी, रहस्यमय है इस शिवलिंग का राज
इस मंदिर की खासियत यह है कि इसके शिवलिंग में विज्ञान और आस्था दोनों का अद्भुत मेल है।
300 साल पुराने हरुनमुक्तेश्वर पंच देवालय मंदिर में एक साल पहले दुनियाभर में बसे ऐना गांव के एनआरआई ने मिलकर 7 करोड़ की लागत से मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था। इस तरह करीब 10 फीट लम्बे शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस मंदिर की खासियत यह है कि इसके शिवलिंग में विज्ञान और आस्था दोनों का अद्भुत मेल है। किस तरह खास है ये मंदिर...
-मंदिर के गर्भ में सात टन पारा लगाया गया है। इसके कारण ओम का उच्चारण करते वक्त वाइब्रेशन से अलग तरह की ऊर्जा महसूस होती है।
-मंदिर के प्रमुख ईश्वर नाथुभााई पटेल ने बताया कि शिवलिंग में 1008 छोटे शिवलिंग लगे हैं, जिनसे इसकी शोभा कई गुना हो जाती है।
गर्भगृह के अंदर जाने की अनुमति नहीं
सामान्यतः लोगों को मंदिर के गर्भगृह तक शिवलिंग के निचले छोर के दर्शन ऊपर लगे कांच के दरवाजे से कराए जाते है, अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
फाइल फैक्ट
60 टन वजनी और 10 फीट लंबा है शिवलिंग।
15 देशों से ज्यादा के लोग हर साल आते हैं।
बेंगलुरु के पत्थरों से किया निर्माण
-बेंगलुरु की खादानों से ग्रेनाइट के एक ही पत्थर से यह शिवलिंग बनाया गया।
-10 फीट में लोगों के दर्शन के लिए 5 फीट ऊपर और 5 फीट अंडरग्राउंड में है।
7 टन पारे से जोड़ा गया शिवलिंग को
-अंडरग्राउंड में 5 फीट शिवलिंग के आखिरी छोर को तारों के एक कलश में भरे 7 टन पारा से जोड़ा गया है।
-यहां ओम का उच्चारण पर एनर्जी का अहसास होता है।


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