खानदान में खुद को पढ़ा-लिखा मानते हैं रणबीर, पिता 8th तो दादा 6th फेल
बॉलीवुड के सबसे बड़े कपूर खानदान के मेंबर्स का एजुकेशन स्तर बेहद गिरा हुआ है।
रणबीर कपूर की फिल्म 'जग्गा जासूस' 14 जुलाई को रिलीज हो रही है। डायरेक्टर अनुराग बासु की फिल्म में रणबीर के साथ कैटरीना कैफ स्क्रीन शेयर करेंगी। बता दें कि राणबीर कपूर इंडस्ट्री के सबसे बड़े कपूर खानदान से हैं। बॉलीवुड को इस खानदान ने एक से बढ़कर एक स्टार्स दिए हैं, लेकिन यदि इस खानदान के मेंबर्स के एजुकेशन की बात करें तो जानकर ताज्जुब होगा कि इनका स्कूल एजुकेशन लेवल बहुत गिरा हुआ है। इस खानदान के रणबीर कपूर खुद को सबसे ज्यादा पढ़ा-लिखा मानते हैं।10वीं में मिले थे रणबीर को 56%...
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में रणबीर ने बताया, 'मैं अपने खानदान का सबसे पढ़ा-लिखा मेंबर हूं। मुझे 10वीं में 56 प्रतिशत अंक मिले थे'। उन्होंने बताया, 'जब मैं छोटा था तो पढ़ाई में अच्छा नहीं था। मां मुझे हमेशा धमकी देती थी कि यदि मैंने ठीक से पढ़ाई नहीं कि तो मेरी शिकायत पापा से करेंगी। अच्छा है कि उस जमाने में ट्वीटर नहीं था नहीं तो पापा मेरे खराब नंबर्स को ट्वीट करके सबको बता देते'। उन्होंने बताया, जब भी मेरा रिजल्ट आता था तो मां स्कूल आती थी और हर बार उनसे प्रॉमिस करता था कि मैं अब फेल नहीं होऊंगा और अच्छे से पढ़ाई करूंगा। मां मुझे कहती थी यदि रिपोर्ट कार्ड पर लाल लाइन दिखी वो मेरी शिकायत पापा से करेंगी, मैं रोकर उन्हें मनाता था। रणबीर ने बताया कि मैं अपने घर में सबसे एजुकेटेड मेंबर हूं।
25 साल की उम्रर में किया रणबीर ने डेब्यू
रणबीर कपूर ने फिल्म 'सांवरिया' (2007) से फिल्मी सफर शुरू किया था। उस वक्त उनकी उम्र 25 साल थी। इसके अलावा उन्होंने 'रॉक स्टार' (2011), 'वेकअप सिड' (2009), 'बर्फी' (2012), 'ये जवानी है दीवानी' (2013), 'तमाशा' (2015) सहित कई फिल्मों में काम किया है।
करिश्मा कपूर
करिश्मा कपूर सिर्फ पांचवीं पास हैं। छठी क्लास के दौरान उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और अपना फिल्मी करियर शुरू किया। करिश्मा ने 17 साल की उम्र में करियर शुरू किया था। उन्होंने फिल्म 'प्रेम कैदी' (1991) से डेब्यू किया था। उन्होंने 'जिगर' (1992), 'राजा बाबू' (1994), 'अंदाज अपना अपना' (1994), 'सुहाग' (1994), 'रिश्ते' (2002), 'जुबैदा' (2001) सहित कई फिल्मों में काम किया।
करीना कपूर
करिना कपूर का मन भी पढ़ाई में नहीं लगता था, स्कूल में बाद उन्होंने कॉलेज में एडमिशन तो लिया, लेकिन फिल्मों में करियर बनाने के लिए आगे की पढ़ाई नहीं की। करीना ने 20 साल की उम्र में फिल्म 'रिफ्यूजी' (2000) से डेब्यू किया था। उन्होंने 'कभी खुशी कभी गम' (2001), 'ओमकारा' (2006), 'देव' (2004), 'जब वी मेट' (2010) 'बजरंगी भाईजान' (2015) सहित कई फिल्मों में काम किया है।
ऋषि कपूर
रणबीर कपूर ने खुद इंटरव्यू में दौरान बताया कि उनके फादर ऋषि कपूर 8वीं फेल हैं। ऋषि कपूर ने 18 साल की उम्र में फिल्म 'मेरा नाम जोकर' (1970) में काम किया था। 1973 में आई फिल्म 'बॉबी' से उन्होंने बतौर लीड एक्टर शुरुआत की थी। इसके उन्होंने 'खेल खेल में' (1975), 'लैला मजनूं' (1976), 'कभी-कभी' (1976), 'हम किसी ने कम नहीं' (1977), 'कर्ज' (1980), 'प्रेम रोग' (1982) सहित कई फिल्मों में काम किया।
रणधीर कपूर
रणधीर कपूर ने भी फिल्मों में आने के लिए पढ़ाई को तवज्जो नहीं दी। वे 9वीं फेल हैं। रणधीर ने मात्र 8 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपना फिल्मी सफर शुरू किया था। उन्होंने 'श्री 420' (1955) और 'दो उस्ताद' (1959) सहित कुछ और फिल्मों में बाल कलाकार के तौर पर काम किया था। बतौर हीरो उन्होंने फिल्म 'कल आज और कल' (1971) से डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने 'जीत' (1972), 'रामपुर का लक्ष्मण' (1972), 'जवानी-दीवानी' (1972), 'हमराही' (1974), 'चाचा-भतीजा' (1977) सहित कई फिल्मों में काम किया।
राज कपूर
राज कपूर भी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे। वे 6वीं फेल थे। राज कपूर (अब इस दुनिया में नहीं है) ने 10 साल की उम्र में फिल्म 'इंकलाब' (1935) से एक्टिंग शुरू की थी। इसके अलावा उन्होंने 'नील कमल' (1947), 'दास्तान' (1950), 'आवारा' (1950), 'पापी' (1953), 'श्री 420' (1955), 'परवरिश' (1958) सहित कई फिल्मों में काम किया था।
शशि कपूर
शशि कपूर ने महज दो साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने 1940-50 के दौरान 'आग' (1948), 'आवारा' (1951) सहित कई फिल्मों में बाल कलाकार की भूमिका निभाई थी। उन्होंने बतौर लीड एक्टर फिल्म 'धर्मपुत्र' (1961) से डेब्यू किया था। इसके अलावा उन्होंने 'जब जब फूल खिले' (1965), 'जानवर और इंसान' (1972), 'कभी-कभी' (1976), 'बसेरा' (1981), 'आ गले लग जा' (1973), 'काला पत्थर' (1979) सहित कई फिल्मों में काम किया। बता दें कि शशि भी ज्यादा पढ़ें लिखे नहीं है। उन्होंने स्कूली पढ़ाई भी पूरी नहीं की है।
शम्मी कपूर
शम्मी कपूर भी 10वीं तक ही पढ़े हैं। इसके बाद उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। शम्मी (अब इस दुनिया में नहीं है) ने 17 साल की उम्र में फिल्म 'जीवन ज्योति' (1953) से अभिनय सफर शुरू किया था। उन्होंने 'नकाब' (1954), 'हम सब चोर है' (1956), 'उजाला' (1958), 'एन इवनिंग इन पेरिस' (1967), 'प्रिंस' (1968), 'सच्चाई' (1969), 'अंदाज' (1970), 'पगला कहीं का' (1970) सहित कई फिल्मों में काम किया था।


Post a Comment