शशि कपूर का फ्यूनरल, अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे अमिताभ बच्चन-संजय दत्त
79 साल की उम्र में शशि कपूर का निधन हो गया। सोमवार को कोकिलाबेन हॉस्पिटल में उन्होंने शाम को 5:20 बजे अंतिम सांस ली थी। वहीं मंगलवार को दोपहर 12 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा। हाल ही में शशि साहब के अंतिम दर्शन के लिए अमिताभ बच्चन उनके घर पहुंचे। उनके साथ अभिषेक, ऐश्वर्या और श्वेता नंदा भी मौजूद रहीं। बता दें, बेटे करन कपूर और बेटी संजना यूएस से पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रवाना हो चुके हैं
- शशि के अंतिम दर्शन के लिए काजोल, रानी मुखर्जी, बोनी कपूर सहित कई बॉलीवुड सेलेब्स पहुंचे।
- इस दौरान कपूर फैमिली से नीतू कपूर, रणबीर, करीना, सैफ अली खान, ऋषि कपूर, राजीव कपूर, रितु नंदा, नीला देवी, कृष्णा कपूर, बबिता कपूर भी यहां नजर आईं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- शशि कपूर का हुनर फिल्मों और थिएटर दोनों में देखा गया। थिएटर को भी वो प्रमोट करते थे। आने वाली पीढ़ियां उनके शानदार अभिनय को याद रखेंगी। उनके निधन से दुखी हूं और शोक संतप्त परिवार के लिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
- इसी के साथ अक्षय कुमार, आमिर खान, अजय देवगन, अर्जुन रामपाल, बिपाशा बसु, बोमन ईरानी, गुलपनाग, जावेद जाफरी, करन जौहर, करणवीर बोहरा, कुणाल खेमू, मधुर भंडारकर, महेश भट्ट, मोहित चौहान, पुलकित सम्राट, राहुल बोस, संजय दत्त, शबाना आजमी, सोनू सूद, श्रीदेवी, सुभाष घई, विशाल ददलानी, सुष्मिता सेन ने भी उन्हें ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी।
प्राण के साथ 9 तो अमिताभ बच्चन के साथ कीं 12 फिल्में
- 1970 से 1980 के बीच शशि कपूर ने प्राण के साथ 9 फिल्में (बिरादरी, चोरी मेरा काम, फांसी, शंकर दादा, चक्कर पे चक्कर, राहू केतु और मान गए उस्ताद) कीं।
- इसी तरह 1974 से 1991 के बीच अमिताभ बच्चन के साथ उन्होंने 12 फिल्मों (रोटी, कपड़ा और मकान, दीवार, कभी-कभी, ईमान धरम, त्रिशूल, काला पत्थर, सुहाग, दो और दो पांच, शान, सिलसिला, नमक हलाल, और अकेला) में बतौर को-स्टार काम किया।
- 60 से 70 के दशक में शशि ने 'जब-जब फूल खिले', 'कन्यादान', 'शर्मीली', 'आ गले लग जा', 'रोटी कपड़ा और मकान', 'चोर मचाए शोर', 'दीवार कभी-कभी' और 'फकीरा' जैसी कई हिट फिल्में दी।
- 1984 में पत्नी जेनिफर की कैंसर से मौत के बाद शशि की तबीयत भी बिगड़ने लगी थी। स
- साथ ही वे बीमार भी रहने लगे थे इसी वजह से शशि ने फिल्मों से भी दूरी बना ली।
- 2011 में शशि को भारत सरकार ने पद्म भूषण से और 2015 में दादा साहेब पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- शशि के बचपन का नाम बलबीर राज कपूर था।
- बचपन से ही एक्टिंग के शौकीन शशि स्कूल में नाटकों में हिस्सा लेना चाहते थे।
- उनकी यह इच्छा वहां तो कभी पूरी नहीं हुई, लेकिन उन्हें यह मौका अपने पिता के ‘पृथ्वी थियेटर्स’ में मिला।
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