सड़क के किनारे दिखने वाले मील के पत्थरों का क्यों बदल जाता है रंग? पता है आपको?
सड़क के सफ़र का अलग ही मज़ा है. खाली सड़कें और हवा से बातें करती हुई गाड़ियां. दोस्त या परिवार के साथ कार में किया गया सफ़र लाजवाब होता है. लेकिन इन हाई-वे पर चलते वक़्त कभी आपने गौर किया है कि दूरी बताने वाले पत्थरों के रंग अलग क्यों होते हैं? कभी ये आपको पीली पट्टी के साथ देखने को मिलते हैं, तो कई बार ये रंग बदल कर हरा हो जाता है. इसका क्या कारण है इसके बारे में आपने कभी नहीं सोचा होगा, लेकिन इन बदलते रंगों के पीछे भी एक कारण है, जिसे जान कर आपको भी पता चलेगा कि आप किस सड़क पर सफ़र का मज़ा ले रहे हैं.
१. पीले रंग की पट्टी दर्शाती है कि आप
नेशनल हाई वे पर हैं इस रंग का प्रयोग मील के पत्थर में सिर्फ नेशनल हाई वे पर ही होता है
२. हरे रंग की पट्टी
अगर आप किसी सड़क पर चल रहें हैं और आप को हरे रंग की पट्टी वाला मिल का पत्थर दिखे तो समझ
लीजिए की आप स्टेट हाई वे पर हैं और ये सड़क राज्य सरकार के अधीन आती है
३. नीले या काले रंग की पट्टी
सड़क के सफर में अगर कही नीले या काले रंग की पट्टी वाले मिल के पत्थर दिखें तो आप किसी बड़े शहर या जिले की तरफ भड़ रहे हैं और सड़क जिला के अधीन आती है
४. नारंगी रंग की पट्टी
जिस सड़क को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाया गया है उन सड़कों पर नारंगी रंग के मिल के पत्थर आपको दिखेंगे हरे रंग की पट्टी वाले मिल के पत्थर ग्रामीण सड़कों की पहचान होते है

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