इमरजेंसी पर फिल्म बनाने वाले मधुर भंडारकर को संभल कर रहने की मिली सलाह
इमरजेंसी पर बनी फिल्म ‘इंदु सरकार’ के लिए मधुर भंडारकर पर एक पॉलिटिकल पार्टी की तरफ से दबाव है।
इमरजेंसी पर बनी फिल्म को लेकर मधुर कहते हैं ‘फिल्म को टोटैलिटी में देखना चाहिए। इमरजेंसी पर किताबें लिखी हुई हैं, जिनमें कई खुलासे किए गए हैं। फिर फिल्म पर पाबंदी क्यों लगाई जा रही है। मैं बता चुका हूं कि यह बायोपिक नहीं है, यह फिक्शन है। इसमें केवल 30 फीसदी सच्चाई है बाकी फिक्शन है। ये उन 21 महीनों की कहानी है जब मीडिया से लेकर किशोर कुमार को भी बैन कर दिया गया था।
दुनिया भर में लोगों पर कोई पाबंदी नहीं है, वेस्ट में फिल्मकार प्रेसिडेंट पर भी कटाक्ष कर देते हैं। बॉलीवुड के लोगों को अब मुझे सपोर्ट करना चाहिए। सबके लिए कोई नहीं बोलता। मैं किसी कैंप में नहीं हूं, अकेला चलता हूं। वीडियो कैसेट लाइब्रेरी से निकला छठी फेल लड़का हूं। मेरी यात्रा अपनी है।
शायद इसलिए मुझे कोई सपोर्ट नहीं। मैं चापलूसी नहीं करता। मुझे अवॉर्ड मिले अपने काम के लिए। मैंने उड़ता पंजाब को सपोर्ट किया, लेकिन मेरे लिए कोई नहीं खड़ा है। हर पॉलिटिकल पार्टी में मेरे दोस्त हैं। फिलहाल कुछ लोग नाराज हैं।
पार्टी के कुछ दोस्तों ने फोन कर कहा कि आप अपना ख्याल रखो, पार्टी के लोग आपसे नाराज हैं। मुझे नहीं लगता की एक फिल्म के लिए दोस्त अपनी दोस्ती छोड़ देंगे। मैं कभी किसी पार्टी का नहीं रहा। मैं हर पार्टी के कार्यक्रम में जाता हूं। फिल्मकार के लिए सिर्फ क्रिएटिविटी मायने रखती है।

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