सिक्किम में इस बार चीन को रोकना क्यों जरूरी? क्यों हुई थी 1962 की जंग?
भारत-चीन बॉर्डर विवाद 1959 से है। तब चीन ने भारत के 50 हजार वर्गमील इलाके पर हक जताया था। टकराव नहीं थमा तो 1962 में चीन ने भारत पर हमला कर दिया। भारत यह जंग हार गया। अब चीन के साथ सिक्किम बॉर्डर पर करीब एक महीने से टकराव चल रहा है। यहां चीन सड़क बना रहा है। अगर यह काम पूरा हो गया तो भारत के लिए खतरा साबित होगा।
55 साल में क्या बदला?
1962 में
टकराव क्यों हुआ? अक्साई चिन और अरुणाचल बॉर्डर पर अंग्रेजों के वक्त से विवाद था। तिब्बत में बगावत हुई। दलाई लामा का भारत ने सपोर्ट किया। इससे चीन भड़क गया।
नतीजा क्या रहा? दोनों देशों में जंग हुई।
कितना नुकसान? हमारे 1383 सैनिक शहीद हो गए।
किसकी सत्ता? नेहरू प्रधानमंत्री थे। चीन में माओत्से तुंग प्रेसिडेंट थे।
2017 में
टकराव क्यों हुआ? सिक्किम में चीन ने सड़क बनाना शुरू की।
नतीजा क्या रहा? भारत ने विरोध जताया तो चीन ने घुसपैठ कर दी।
कितना नुकसान? चीन ने भारत के दो बंकर तोड़ दिए। एक महीने से तनाव है।
किसकी सत्ता? मोदी प्रधानमंत्री हैं। शी जिनपिंग प्रेसिडेंट हैं।
1962 और अभी के हाल में फर्क नहीं
- विदेश मामलों के जानकार रहीस सिंह ने बताया, "‘1950 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के फाउंडर माओ त्से तुंग ने कहा था कि अगले 15 साल में हम ब्रिटेन से ज्यादा चीन को डेवलप करके बताएंगे। लेकिन इस कोशिश में 10 साल के अंदर चीन के आर्थिक हालात बहुत खराब हो गए। ऐसे में, जनता की नजर में खुद को ऊंचा उठाने के लिए बॉर्डर विवाद के बहाने भारत पर हमला किया गया।’’
- ‘‘हमले की एक यह भी वजह थी कि जवाहरलाल नेहरू का एशिया के लीडर्स में सबसे ऊंचा मुकाम था। भारत की अमेरिका और रूस, दोनों से नजदीकियां थीं। चीन को यह बर्दाश्त नहीं था।’’
- "‘इस वक्त के हालात को देखें तो कुछ वैसे ही हैं। चीन की इकोनॉमी मुश्किल में है। भारत की रूस के साथ-साथ अमेरिका से भी नजदीकियां बढ़ रही हैं। मोदी का कद दुनिया में ऊंचा होता जा रहा है। ऐसे में चीन भारत पर तोहमत लगाकर जंग का बहाना ढूंढ रहा है, ताकि जनता में राष्ट्रवाद जागे और सरकार की नाकामियों को छुपाया जा सके।’’


Post a Comment