एक फिल्म के लिए राखी ने छोड़ा था गुलजार का साथ, नहीं हुआ है तलाक
कई सुपरहिट फिल्में देने वाली राखी ने इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया, लेकिन पर्सनल लाइफ में वे सफलता हासिल नहीं कर पाई।
70 के दशक की एक्ट्रेस राखी आज अपना 70वां बर्थडे सेलिब्रेट (15 अगस्त) कर रही है। कई सुपरहिट फिल्में देने वाली राखी ने इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया, लेकिन पर्सनल लाइफ में वे सफलता हासिल नहीं कर पाई। 1973 में राखी ने गुलजार से शादी की।
गुलजार चाहते थे कि शादी के बाद राखी फिल्में छोड़ दें, लेकिन वे फिल्मों में काम करना चाहती थी। इसी बात को लेकर दोनों में झगड़े शुरू हुए और एक बार गुलजार ने राखी को सबके सामने थप्पड़ मार दिया। इस घटना के बाद राखी ने फैसला किया कि वे फिल्मों में काम करना नहीं छोड़ेगी।
इसी दौरान उन्हें फिल्म 'कभी-कभी' का ऑफर मिला, गुलजार ने फिल्म करने से मना किया लेकिन राखी नहीं मानी और वे इस फिल्म में काम करने के लिए गुलजार को छोड़कर चली गई।
राखी की शादी 16 साल की उम्र में बंगाली पत्रकार अजय बिश्वास से (1963) हुई थी। लेकिन दो साल में दोनों अलग हो (1965) गए।
इसके बाद उन्होंने 1973 में गुलजार से शादी। इस नाते गुलजार, राखी के दूसरे पति बने थे। हालांकि, दोनों के रिश्ते में जल्दी ही कड़वाहट आ गई थी।
शादी के कुछ साल साथ रहने के बाद दोनों अलग हो गए, लेकिन आजतक दोनों में तलाक नहीं हुआ है।
राखी ने बॉलीवुड में एंट्री लेने से पहले बंगाली फिल्मों में काम किया। उन्होंने 20 साल की उम्र बंग्ला फिल्म 'बहू बरन' में काम किया।
इसी फिल्म के बाद उन्हें 1970 में राजश्री की फिल्म 'जीवन-मृत्यु' में काम करने का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने 1971 में 'शर्मिली' फिल्म में शशि कपूर के साथ काम किया। ये फिल्म सुपरहिट रही और उनकी गिनती बॉलीवुड में हिट एक्ट्रेसेस में होने लगी।
उन्होंने शशि कपूर के साथ बतौर लीड एक्ट्रेस 10 फिल्मों में काम किया। वहीं, अमिताभ बच्चन के साथ उन्होंने 8 फिल्मों में काम किया। बतौर लीड एक्ट्रेस 1985 में आई फिल्म 'पिघलता आसमान' उनकी आखिरी फिल्म थी।
इसके बाद उन्होंने फिल्मों में मां के किरदार निभाएं। हालांकि, मां के रोल में भी वे फेमस हुईं।
रिपोर्ट्स की मानें तो राखी और गुलजार के बीच हुए झगड़े का कारण कुछ हद तक शर्मिला टैगोर को भी माना जाता है। राखी और शर्मिला के बीच झगड़ा फिल्म 'दाग' से शुरू हुआ था।
इस फिल्म में दोनों के बीच रोल को लेकर झगड़ा था। फिल्म के बाद दोनों के बीच बातचीत एकदम बंद हो गई। दोनों एक-दूसरे को देखना तक पसंद नहीं करती थी। ये सब जानते हुए गुलजार ने शर्मिला को अपनी फिल्म 'मौसम' (1975) में साइन किया।
यहीं से राखी और गुलजार के बीच झगड़े शुरू हुए। दरअसल, शादी के पहले गुलजार ने ये शर्त रखी थी कि राखी फिल्मों में काम नहीं करेंगी, कुछ हद तक राखी ने ये बात मान भी ली थी, लेकिन उन्हें उम्मीद थी कि गुलजार कम से कम उन्हें अपनी फिल्मों में तो काम करने का मौका देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
गुलजार ने राखी की जगह अन्य एक्ट्रेसेस को कास्ट किया।
राखी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक बार अमिताभ बच्चन उनसे खफा हो गए थे। दरअसल, उन्होंने अमिताभ के पीने के पानी से पौधों को सींच दिया था।
बता दें कि राखी ने फिल्मों में अमिताभ की प्रेमिका, पत्नी की भूमिकाएं निभाई हैं, तो फिल्म 'शक्ति' में उनकी मां की भूमिका भी की। 1980 से 1990 के दौर में राखी ने फिल्मों में एक विधवा मां के किरदार निभाने शुरू किए, जिसकी शुरुआत उन्होंने 1989 में बनी फिल्म 'राम लखन' से की। इस फिल्म में राखी के किरदार के साथ फिल्म में उनके डॉयलॉग को भी दर्शकों ने बेहद पसंद किया था।
इसके बाद उन्होंने फिल्म 'अनाड़ी' (1993), 'बाजीगर' (1993), 'खलनायक' (1993), 'करण अर्जुन' (1995), 'बॉर्डर' (1998) 'एक रिश्ता : द बॉन्ड ऑफ लव' (2001) में भी दमदार मां की भूमिका निभाई।
राखी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें हमेशा इस बात का अफसोस रहता है कि उन्होंने फिल्मों के दौरान बेहतरीन डांस नहीं सीखा। यदि वे ऐसा कर पाती तो अपने फिल्मी करियर में कुछ और बेहतरीन फिल्मों को शामिल कर सकती थी।
राखी ने 'तपस्या' (1976), 'त्रिशूल' (1978), 'हमारे तुम्हारे' (1979), 'काला पत्थर' (1979), 'लूटमार' (1980), 'शान' (1980), 'लावारिस' (1981), 'बरसात की एक रात' (1981), 'बरेसा' (1981) सहित कई फिल्मों में काम किया।


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